Ind vs Zim: पहले T-20 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टीम इंडिया से नहीं होती ये 5 गलती तो 15 ही ओवर ने जीत जाती मैच
इस समय टीम इंडिया जिंबाब्वे के दौरे पर है जहां शुबमन गिल की अगुआई में टीम इंडिया पहले मुकाबले में उतरी जहां भारत को हार का सामना करना पड़ा। दरअसल टीम इंडिया और ज़िम्बाब्वे के बीच के मैच में, ज़िम्बाब्वे ने 13 रन से जीत हासिल की। ज़िम्बाब्वे ने अपने 20 ओवर्स में 115/9 स्कोर किया, जबकि टीम इंडिया ने 116 रन के टारगेट का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन भारत की पूरी टीम 19.5 ओवर्स में 102 रन पर ऑल आउट हो गई।
जहां एक और टीम इंडिया जिंबाब्वे पर हावी नजर आ रही थी वहीं सेकेंड इनिंग्स तक मैच का पूरा हाल बदल गया और जिंबाब्वे ने टी ट्वेंटी क्रिकेट में भारत के खिलाफ तीसरी जीत दर्ज की, लेकिन अगर पहले टी ट्वेंटी मैच में ये 5 गलतियां नही होती तो भारत को इस मैच में बड़ी ही आसानी से जीत मिल जाती।
पहली गलती: (सलामी बल्लेबाज नहीं रोक पाए अपना विकेट)
जैसा कि पहली ही पारी में पता लग गया था की ये पिच बल्लेबाजी के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है, बावजूद इसके टीम इंडिया के ओपनर्स अपना विकेट नहीं बचा पाए और पहले ही ओवर में अभिषेक शर्मा जो की अपना डेब्यू मैच खेल रहे थे उनके रूप में टीम को पहला झटका लगा।
दूसरी गलती: (भारत का मिडिल ऑर्डर हुआ फ्लॉप)
टीम इंडिया अपने सबसे मजबूत मिडिल ऑर्डर के लिए जानी जाती है, लेकिन इस मैच में भारत का मिडिल ऑर्डर तास के पत्तों की तरह बिखर गया। मिडिल ऑर्डर में एक भी बल्लेबाज 10 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया। ऋतुराज गायकवाड़ 7 रन, रियान पराग 2 रन और ध्रुव जुरेल 6 रन बनाकर आउट हुए।
तीसरी गलती: (फिनिशर रिंकू सिंह का नही चला बल्ला)
भारत के मिडिल ऑर्डर में रिंकू सिंह ने हमेशा फिनिशर की भूमिका निभाई है, खास तौर पर ऐसी परिस्थिति में जब भारत ने 22 रन के स्कोर पर ही 3 विकेट गवा दिए थे, ऐसी स्थिति में रिंकू सिंह को अपना विकेट बचाकर एंड तक डटे रहना था, लेकिन रिंकू सिंह खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठे।
चौथी गलती: (नही बनी एक भी साझेदारी)
जब शुरुआत में ही विकेट गिरने लग जाते है तब खिलाड़ियों को रुककर साझेदारी बनाने की जरूरत होती है, खास तौर पर तब जब सामने 116 रन का छोटा लक्ष्य हो लेकिन किसी भी खिलाड़ी ने विकेट रोककर साझेदारी बनाने की कोशिश नहीं की, नतीजतन भारत को शर्मनाक हार का समाना करना पड़ा।
पांचवी गलती: (गिल से थी नाबाद पारी की उम्मीद)
जब भी टीम इस तरह की मुश्किल में फंस जाती है तब आमतौर कप्तान अंत तक मैदान में डट कर टीम की नैया पार लगता था। टीम इंडिया के कप्तान शुबमन गिल ने भी कोशिश तो की और 11वें ओवर तक अपने विकेट को बचाकर रखा और 29 गेंद में 31 रन भी बनाएं, लेकिन वह ऐसे समय पर आउट हुए जब भारत के सभी अन्य बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। यहां से शुबमन को सिर्फ अपना विकेट बचाते हुए खेल को आगे लें जाना था।
क्रिकेट में हार जीत लगी रहती है लेकिन टी ट्वेंटी में वर्ल्ड चैंपियन बनने के तुरंत बाद ही भारत के लिए ये एक शर्मनाक हार है, खैर आप इस हार के बारे में क्या सोचते हैं नीचे कमेंट में बताइए।